प्रशस्ति-पत्र

सम्पूर्ण विश्व के मंगल की भावना से द्रवित बापूजी का नवनीत सम हृदय मानव-समाज के लिए वरदानरूप रहा है। बापूजी ने जो समाज के लिए किया, उसका ऋण समाज कभी चुका नहीं पायेगा। समस्त मानवजाति के कल्याणार्थ दिये गये अद्वितीय योगदान के कारण संत श्री आशारामजी आश्रम को कई गणमान्य हस्तियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।